बावड़ी का अर्थ - Bavadis in Rajasthan राजस्थान में बावडी अथवा बाव का तात्पर्य एक विशेष प्रकार के जल स्थापत्य से है, जिसमें एक गहरा कुआं अथवा एक बढा कुण्ड होता है । इसमें पानी की सतह तक जाने के लिए सीढियां बनी होती है। इन पर अलंकृत द्वार सुन्दर तोरण तथा देवी-देवताओं की प्रतिमाएं बनाईं जाती है ।
बावड़ियो का प्रचलन राजस्थान एवं गुजरात में सबसे अधिक है । तालाब का ही सुव्यवस्थित और सुसज्जित रूप कुण्ड या बावडी है । प्राचीन शिलालेखों में बावडी के संस्कृत रूप वापी के उल्लेख प्रथम शताब्दी में मिलते है ।
राजस्थान की प्रमुख बावडिया |
राजस्थान की प्रमुख बावडिया Rajasthan ki Bavdiya
- अबलेश्वर की बावडी यह प्रारंभिक कालीन/शुंगकालीन बावड़ी है सर्वप्रथम नाडी निर्माण राव जोधा ने करवाया था । अपराजिता में पृच्छा के अध्याय 74 में बावडियों के चार प्रकार बताये गये है।
- नन्दा इसमें एक द्वार तथा तीन कूट होते थे बावड़ियां मनोकामनाए पूर्ण करती थी ।
- भद्रा दो द्वारों एवं षट् कूट वाली सुन्दर बावडी ।
- जया देवता के लिए भी दुर्लभ बावडी । जया में तीन द्वार तथा नौ कूट होते थे ।
- सर्वतोमुख इसमें चार द्वार तथा बारह सूर्य कूट होते है ।
- बावडियो के निर्माण में बंजारों का सर्वाधिक योगदान रहा है । कालीदास ने मेघदूत में यक्ष द्वारा अपने घर के भीतर बावडी का वर्णन किया है । सुन्दर काण्ड में अशोक वाटिका में हनुमान ने ऐसी बावडी देखी जिनमें पीले रंग के कमल खिले हुए थे
- आभानेरी बावडी (दौसा) ओसिया बावडी (जोधपुर) तथा भीनमाल बावडी (जालौर) इन तीनों बावडियो में भीतरी आवास आज भी देखे जा सकते है ।
राजस्थान की बावडिया
- Rajasthan ki Bawdi - राजस्थान की प्रारम्भिक बावडियो में अंबलेश्वर की शुंगकालीन बावडी विशेष महत्व की है, क्योंकि यह आकार में गोल और पाषाण जडित है ।
- बावड़ी का अर्थ - बावडी का मूल नाम है 'वापी' जिसे अंग्रेजी में स्टेप वेल (सीढियों वाला कुआ) भी कहा जाता है । छोटी काशी 'बूंदी' में सैंकडों बावड़ियां है । इसलिए 'बूंदी शहर' को 'स्टेप वेल्स आफ सिटी' बावड़ियों का शहर बूंदी (राजस्थान ) के नाम से भी जाना जाता है ।
झुंझुनूं की प्रमुख बावडिया
- मेड़तणी की बावडी झुंझुनूं
- तुलस्यानों की बावडी झुंझुनूं
- चेतणदास की बावडी झुंझुनूं
- खेतानों की बावडी झुंझुनूं
जोधपुर की प्रमुख बावडिया
- तापी बावडी जोधपुर
- जालाप बावडी जोधपुर
- नई सड़क बावडी जोधपुर
- मण्डोर बावडी जोधपुर
- नापरजी की बावड़ी जोधपुर
- गोररूंधा बावडी जोधपुर
- व्यास बावडी जोधपुर
- चताणियां की बावडी जोधपुर
- सुमनोहरा बावडी जोधपुर
- अनारा बावडी जोधपुर
- नैणसी बावडी जोधपुर
- धाय बावडी जोधपुर
- ईदगाह बावडी जोधपुर
- हाथी बावडी जोधपुर
- खरबूजा बावडी जोधपुर
- राजाराम की बावडी जोधपुर
- व्यास जी की बावडी जोधपुर
- शिव बावडी जोधपुर
- पाँचवां मंजीसा बावडी जोधपुर
- राम बावडी जोधपुर
- रघुनाथ बावडी जोधपुर
- एक चट्टान बावडी मण्डोर ( जोधपुर)
टोंक की प्रमुख बावडिया
- हाडी रानी की बावड़ी (टोडा रायसिंह) टोंक
- दरियाशाह की बावडी टोंक
- ढवाजा की बावडी टोंक
बूंदी की प्रमुख बावडिया
- धाबाई जी बावडी नानकपुरिया ( बूंदी )
- गुलाब बावडी बूंदी
- गुल्ला/गुलाब बावडी बूंदी
- रानी जी की बावडी बूंदी
- भिस्तियों की बावडी बूंदी
- चंपा बाग की बावडी बूंदी
- साबूनाथ की बावडी बूंदी
- मेघनाथ की बावडी बूंदी
- दमरा बावडी/व्यास बावडी बूंदी
- मनोहर बावडी/डाकरा बावडी बूंदी
- मानमासी बावड़ी बूंदी
- चैनराय के करीले की बावडी बूंदी
- नाथ की बावडी बूंदी
- श्याम बावडी बूंदी
- अनारकली बावडी/भाबलदी बावडी बूंदी
- सामरया की बावडी/ दीवान की बावडी बूंदी
- मोचियों की बावडी बूंदी
- पठान की बावडी बूंदी
- नाहरघूस की बावडी बूंदी
- माता की बावडी/दावा की बावडी बूंदी
- बालचन्द पाड़ा की बावडी बूंदी
जयपुर की प्रमुख बावडिया
- जग्गा बावडी जयपुर
- पन्ना मीणा की बावड़ी आमेर
- बडी बावडी जयपुर, आगरा सडक पर भाण्डारेज
अन्य महत्वपूर्ण बावडिया
- अजबगढ़-भानगढ़ बावडी अलवर
- बड़गाँव की बावडी कोटा
- शीला तथा पन्ना-मीना बावडी अजमेर
- बिनोता की बावड़ी चित्तौडगढ
- बाई जी बावड़ी बनेड़ा ( भीलवाडा )
- चमना बावड़ी भीलवाड़ा
- डगसागर तालाब झालावाड़
- आभानेरी की चाँद बावड़ी धौलपुर
- दुनिया, भारत, राजस्थान की सबसे बड़ी बावड़ी दौसा की यह बावड़ी कुछ ऐसी ही है। आज तक किसी सीढ़ी से कोई नीचे गया, वह उस सीढ़ी से लौट नहीं पाया। यह दुनिया की सबसे बड़ी बावड़ी है दौसा के आभानेरी में। चांद बावड़ी।
- लम्बी बावडी धौलपुर
- कबीर शाह की दरगाह करौली
- दूध बावडी माउंट आबू (सिरोही)
- नौलखा बावड़ी (nolakha bawdi) डूंगरपुर
- प्रतापराव बावड़ी देवलिया प्रतापगढ
- चांद बावडीआभानेरी (Chand Baori) दौसा
- त्रिमुखी बावड़ी (Trimukhi Bawdi) उदयपुर
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