नमस्कार दोस्तों
Raj GK में आपका स्वागत है आज हम राजस्थान में प्रमुख उद्योग एवं औद्योगिक विकास | Rajasthan Udyog ,rajasthan me
cement udyog,rajasthan
ke udyog
trick, ajasthan ka audyogik vikas, rajasthan ke udyog question के बारे में महत्वपूर्ण
Fact आपके लिए लेकर आए हैं यह
Rajasthan GK Rpsc एग्जाम की दृष्टि से महत्वपूर्ण है
|
Rajasthan ke Udyog |
राजस्थान में प्रमुख उद्योग | Rajasthan ke Udyog
- वर्तमान समय में चीन सूती वस्त्र के उत्पादन में विश्न में प्रथम स्थान रखता है ।
- सूती कपडों के लिए इंग्लैण्ड का मैनचेस्टर ( Manchester ) शहर प्रसिद्ध है ।
- शंघाई को चीन का मैनचेस्टर ( Manchester ) कहा जाता है ।
- जापान का मैनचेस्टर ओसाका को कहा जाता है ।
- भारत का मैनचेस्टर अहमदाबाद को कहा जाता है ।
- उत्तरी भारत का मैनचेस्टर कानपुर को कहा जाता है ।
- दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कोयम्बटुर को कहा जाता है ।
राजस्थान का सूती वस्त्र उद्योग
- राजस्थान का मैनचेस्टर भीलवाड़ा को कहा जाता है ।
- नवीन मेनचेस्टर के नाम से भिवाड़ी ( अलवर ) को जाना जाता है । कलकत्ता मे भारत की प्रथम सूती मील 1818 में खोली गई ।
- राजस्थान का सबसे प्राचीन एवं सुसंगठित उद्योग सूती वस्त्र उद्योग है ।
- राजस्थान की प्रथम सूती वस्त्र मिल 'दी कृष्णा मिल्स लिमिटेड' की स्थापना 1889 में सेठ दामोदर दास राठी व श्याम जी कृष्ण वर्मा ने ब्यावर में की ।
- 'दी कृष्णा मील ब्यावर' कार्यशील हथकरघों की दृष्टि से सबसे बडी सूती वस्व मिल है ।
- राजस्थान में सबसे बडी सूती वस्व मील 'उम्मेद मिल्स' पाली मे है राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवम्बर 1956 को आया, इस समय राज्य में 7 सूती वस्त्र मिले थी।
वर्तमान में राज्य में 23 सूती वस्त्र मिलें स्थापित है । राज्य में सूती मिलों को तीन भागों मे विभाजित किया गया है
सार्वजनिक क्षेत्र की सूती मिलें
- एडवर्ड मिल्स ( ब्यावर )1906
- श्री महालक्ष्मी मिल्स (ब्यावर) 1925
- श्री विजय कॉटन मिल्स (विजयनगर)
सहकारी क्षेत्र की मिले
- राजस्थान सहकारी कताई मिल लिमिटेड गुलाबपुरा (भीलवाडा) ।
- श्री गंगानगर सहकारी कताई मिल लि.हनुमानगढ
- गंगापुर सहकारी कताई मिल लि. गगापुर ( भीलवाड़ा) ।
राजस्थान में निजी क्षेत्र में 17 मिलों की स्थापना की गई है । कंप्यूटर एडेड डिजाइन सैंटर भीलवाडा में स्थापित किया गया है
राजस्थान की प्रमुख सूती वस्त्र मिले
- एडवर्ड मिल्स लिमिटेड ब्यावर
- महालक्ष्मी मिल्स लिमिटेड ब्यावर
- मेवाड़ टेक्सटाईल मिल्स भीलवाड़ा
- महाराजा उम्मेद सिंह मिल्स लि. पाली
- सार्दूल टेक्सटाइल मिल्स लि. श्रीगंगानगर
- राजस्थान स्पिनिंग एण्ड जिनीविंग मिल्स भीलवाड़ा
- आदित्य मिल्स किशनगढ़
- उदयपुर कॉटन मिल्स उदयपुर
- राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स भवानी मण्डी
- गंगापुर को आँपरेटिव स्पिनिंग मिल्स गंगापुर
- श्री गोयल इंडस्ट्रीज कोटा
- सुदर्शन टेक्सटाइल्स कोटा
- बांसवाड़ा सिन्थेटिक्स बासवाड़ा
- विजय कॉटन मिल्स विजयनगर
- बांसवाड़ा फेब्रिक्स बांसवाड़ा
चीनी उधोग
- राजस्थान में सर्वप्रथम चीनी मील चितौडगढ जिले के भोपाल सागार नामक नगर में ' मेवाड़ शूगर मील ' के नाम से सन् 1932 मे निजी क्षेत्र में खोली गई । चीनी बनाने का दूसरा कारखाना सत् 1937 में गंगानगर मे गंगानगर शुगर मिल्स के नाम से प्रारंभ किया गया ।
- 1956 से 'गंगानगर शुगर मिल्स' सार्वजनिक क्षेत्र में आ गई है । चुकन्दर से चीनी बनाने के लिए श्रीगंगानगर शूगर मिल्स लिमिटेड में एक योजना 1968 में आरंभ की गई थी ।
- दी गंगानगर शूगर मील को वर्तमान में करणपुर के कमीनपुरा गाँव में स्थापित किया जाएगा । दी गंगानगर शूगर मिल्स शराब बनाने का कार्यं भी करती हैं । अजमेर, अटरू ( बांरा ) प्रतापगढ तथा जोधपुर में भी इसके केन्द्र है ।रॉयल हेरिटेज लिकर, कैसर कस्तुरी ब्राण्ड गंगानगर शुगर मील की उच्च गुणवत्ता वाली शराब है ।
महत्वपूर्ण तथ्य
- 1965 में बूंदी जिले के केशोरायपाटन में चीनी मील सहकारी क्षेत्र में स्थापित की गई । 1976 में उदयपुर में चीनी मील निजी क्षेत्र में स्थापित की गई चीनी उद्योग के उत्पादन व दक्षता में वृद्धि करने के उद्देश्य से विद्यमान कानूनों में परिवर्तन का सुझाव देने के लिए V C. महाजन समिति का गठन किया गया ।
सीमेंट उद्योग ( Rajasthan me Cement Udyog )
- सीमेंट उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान, भारत का एक अग्रणी राज्य है । राज्य में चितौडगढ जिला सीमेंट उद्योग के लिए सबसे अनुकूल जिला है । 1904 में सर्वप्रथम समुद्री सीपियों से सीमेंट बनाने का प्रयास मद्रास ( चैन्नईं ) में किया गया था ।
- राज्य में सर्वप्रथम क्लीक निकसन कम्पनी द्वारा 1915 में लाखेरी, बूंदी में सीमेंट संयंत्र स्थापित किया गया ।
- दक्षिण एशिया का सबसे बडा सीमेंट कारखाना ' जयपुर उद्योग लि . सवाई माधोपुर में स्थापित किया गया हैं, जो वर्तमान में बंद है । J.K. सीमेंट निम्बाहेड़ा का कारखाना सर्वाधिक सीमेंट का कारखाना है ।सबसे कम उत्पादन क्षमता वाला श्रीराम सीमेंट, श्री रामनगर कोटा का कारखाना है ।
- सीमेंट की " श्री सीमेंट कम्पनी ' जो की 'ब्यावर में स्थित है । यह उत्तरी भारत की सबसे बडी कम्पनी है ।
सफेद सीमेंट Rajasthan me White Cement
- सफेद सीमेंट का प्रथम उद्योग गोटन ( नागौर ) में स्थापित किया गया सफेद सीमेंट के दो कारखाने गोटन ( नागौर ) तथा एक कारखाना खारिया खंगार, जोधपुर में स्थापित किया गया है ।
- मांगरोल ( चित्तौड़गढ़ ) में सफेद सीमेंट 'का चौथा कारखाना स्थापित किया गया है ।
- खारिया खंगार ( जोधपुर) कारखाना राज्य में सफेद सीमेंट का सबसे बड़ा सीमेंट कारखाना बीडला कम्पनी द्वारा स्थापित हैं । राज्य का सीमेंट उत्पादन की दृष्टि से भारत में प्रथम स्थान है । पोर्टलेण्ट एवं पौजलाना ये दोनों सीमेंट की विशिष्ट किस्मे है । पोर्टलैण्ड सीमेंट का उत्पादन DLF कम्पनी द्वारा किया जाता है ।
- राजस्थान में मिनी सीमेंट के कारखाने कोटपुतली, नीमकाथाना, हिंडौन सिटी, आबूरोड़ तथा बाँसवाड़ा में स्थापित किये गये है । ' मगलम सीमेंट संयंत्र ' मोडक (कोटा) में, 1982 में स्थापित किया गया ।
- सवाई माधोपुर जिले में त्रिशूल छाप सीमेंट का निर्माण होता है । चितौडगढ में चेतक छाप सीमेंट का निर्माण होता है ।
काँच उद्योग
- राजस्थान सिलिका उत्पादन की दृष्टि से हरियाणा के बाद देश में दूसरे स्थान पर हैं । काँच उद्योग हेतु सीसा, सोडियम, सल्फेट, बालु मिट्टी सिलिका कच्चे माल के रूप प्रयुक्त होते है । राजस्थान के धौलपुर जिले में काँच उद्योग सर्वाधिक फैला हुआ है ।
- ' दी हाई टेक्नीकल प्रोसीजन ग्लास वर्क्स ' धौलपुर में स्थित है । राज्य सरकार का यह उद्योग गंगानगर शुगर मील के लिए बोतल निर्माण करता है । वर्तमान में यह बंद है । ' धौलपुर ग्लास वर्क्स ' धौलपुर में निजी क्षेत्र का उपक्रम है ।
- सैम्कोर ग्लास इण्डस्ट्रीज ‘ कोटा मे स्थित है । इस उद्योग में सैमसंग कम्पनी द्वारा पिक्चर टूयूब का निर्माण किया जाता है ।
- ' बॉश एण्ड लाम्ब लि. ' कंपनी भिवाडी ( अलवर ) में स्थित है । इस फैक्ट्री में लेंस एवं चश्मो का निर्माण किया जाता है । सिरेमिक पार्क की स्थापना बीकानेर में की गई है ।
ऊन उद्योग
- राजस्थान में भारत की लगभग 16.7 प्रतिशत भेंड़े पाली जाती है । राजस्थान देश की लगभग 4० प्रतिशत ऊन उत्पादित करता है । ऊन उत्पादन में राज्य का देश में प्रथम स्थान है जबकि दूसरा स्थान कर्नाटक का है ।
- बीकानेर में एशिया की सबसे बडी ऊन मण्डी स्थापित है । ऊन विश्लेषण प्रयोगशाला बीकानेर में स्थित है । जोधपुर में केन्दीय ऊन बोर्ड स्थापित किया गया है ।
- विदेशी ऊन आयात-निर्यात केन्द्र कोटा में स्थित है । भेड ऊन का प्रशिक्षण संस्थान जयपुर में स्थित है । ऊन प्रोसैसिंग हाऊस की स्थापना भीलवाडा में की गई है ।
- कम्यूटर एडेड कारपेट डिजाइन सेंटर जयपुर में खोला गया है । 'गलीचा प्रशिक्षण केन्द्र' बीकानेर में खोला गया है । ऊनी कपड़े के धागे के 3 कारखाने भीलवाडा में है ।
- "वर्स्टेड स्पिनिंग मिल्स" लाडनूं में राजस्थान लघु उद्योग निगम का उपक्रम है ।
राज्य में कुल ऊन उद्योग की बडी इकाईयां निम्नलिखित प्रकार से है
- स्टेट वूलन मिल्स बीकानेर
- जोधपुर वूलन मिल्स जोधपुर
- वस्टैंड स्पिनिंग मिल्स चूरू
- राजस्थान वूलन मिल्स बीकानेर
- राज्य के शुष्क व अर्द्धशुष्क जिलों में ऊन का उत्पादन अधिक होता है ।
वनस्पति घी उधोग
- राज्य मे सर्वप्रथम वनस्पति घी उद्योग की स्थापना सन् 1964 में भीलवाडा जिले मे की गई ।
- राजस्थान में वनस्पति घी बनाने के 9 कारखाने हैं भीलवाडा जयपुर , टोंक , चितौडगढ , उदयपुर व गंगानगर आदि ।
- महाराजा वनस्पति घी और आमेर वनस्पति घी अच्छी साख वाला घी है ।
- निवाईं में केसरी वनस्पति और दुगाँपुरा में रोहिताश वनस्पति घी का उत्पादन किया जाता है ।
- विश्वकर्मा क्षेत्र ( जयपुर ) में स्थित वनस्पति तेल फैक्ट्री का नाम वीर बालक रख दिया गया है ।
नमक उद्योग
- नमक उत्पादन की दृष्टि से राज्य का भारत में चौथा स्थान है ।
- राजस्थान में भारत का लगभग 12 प्रतिशत नमक तैयार होता है ।
- झीलों से नमक उत्पादन करने मे राजस्थान का देश मे प्रथम स्थान है ।
- सांभर झील ( जयपुर ) देश का लगभग 8.7 प्रतिशत नमक उत्पन्न करती है ।
- वायु के प्रवाह द्वारा जो नमक बनाया जाता है, उसे रेशता नमक कहते है ।
- डीडवाना तथा पंचपद्रा में राज्य सरकार की देखरेख में नमक तैयार किया जाता है, जबकि सांभार में भारत सरकार की देखरेख में नमक तैयार किया जाता है ।
- सांभर साल्ट लि. सांभर ( जयपुर ) में यह उपक्रम केन्द्र सरकार का है ।
- राजस्थान स्टेट केमिकल वर्क्स लि. ' डीडवाना ( नागौर ) में यह राज्य सरकार का उपक्रम है ।
- राजस्थान स्टेट केमिकल्स वर्क्स लि. मे सोडियम सल्फेट व सोडियम सल्फाइड का निर्माण किया जाता है ।
- डीडवाना क्षेत्र में नमक निर्माण करने वाली छोटी संस्थाएं "देवल संस्थाएं' कहलाती है ।
- ' साबू सोडियम लि. ' नमक परियोजना गोबिन्दी ग्राम ( नागौर ) में आयोडीन नमक उत्पादन करने की परियोजना है क्यारियों में बना नमक 'क्यार' कहलाता है । क्यारियों में डाला गया लवणीय पानी ' ब्राइन ' कहलाता है ।
- आयोडीन नमक के कारखाने पंचभद्रा व डीडवाना में लगाये गये थे । पंचभद्रा में खारवाल जाति के लोग नमक उत्पादन का कार्यं करते है ।
रासायनिक उधोग
- राजस्थान स्टेट केमिकल्स वर्क्स लि. डीडवाना ( नागौर ) मे है ।
- जैव उर्वरक खाद कारखाना भरतपुर में है । यह राजस्थान का प्रथम जैव उर्वरक कारखाना है ।
- 'श्रीराम फटीलाइजर्स' कोटा में स्थापित किया गया है । यह निजी क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है ।
- देवारी ( उदयपुर ) के जिंक स्मेल्टर से रासायनिक खाद का उत्पादन किया जा रहा है ।
- खेतडी कॉपर प्रोजेक्ट के अंतर्गत भी रासायनिक खाद का उत्पादन किया जा रहा है ।
- गडेपान ( कोटा ) में भी रासायनिक खाद बनाने के संयंत्र की स्थानापना की गई है ।
- ज्योति ट्रिपल खाद कारखाना ' खेतडी ( झुंझुनूं) में स्थापित किया गया ।
- सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट अलवर में स्थापित किया गया है
- 'शुष्क अमोनिया सल्फेट उर्वरक संयंत्र' चितौडगढ में स्थापित किया गया है ।
- चम्बल फर्टिलाइजर्स एण्ड केमिकल इण्डस्ट्रीज यह गडेपान कोटा में स्थापित किया गया हैं ।
- यह निजी क्षेत्र का देश का सबसे बड़ा रासायनिक खाद कारखाना है ।
- 'दी राजस्थान एक्सप्लोसिव एण्ड केमिकल लि. ' कारखाना धौलपुर में स्थापित किया गया है ।
- ' मोदी एल्केलाइन एण्ड केमिकल लि . ‘ उद्योग अलवर में स्थापित किया गया है ।
इंजीनियरिंग उद्योगों
- ' कैप्सटन मीटर कम्पनी ' की स्थापना जयपुर व पाली में की गई ।
- इस कंपनी के द्वारा पानी के मीटर तैयार किया जाता है ।
- 'जयपुर मेटल्स' जयपुर में है । इसमें बिजली के मीटर बनते है ।
- "सिमको वैगन फैक्ट्री' की स्थापना भरतपुर में की गई है । इसमें रेल के डिब्बे बनते है ।
- ' मान इइण्डस्ट्रनेयल कॉर्पोरेशन' जयपुर में स्थापित है । लोहे के टावर तथा इमारती खिड़कियां इसी से बनाये जाते है ।
- हिन्दुस्तान मशीन टूल्स ( HMT ) अजमेर में है । केन्द्र सरकार का यह उपक्रम चेकोस्लोवाकिया के सहयोग से स्थापित किया गया है । इसमें घडी व यंत्रों का निर्माण किया जाता है ।
- इन्स्टूमेण्टेशन लि. कोटा में है । केन्द्र सरकार के इस उपक्रम में मशीनो का निर्माण होता है ।
- राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्टूमेण्टेशन लि कनकपुरा ( जयपुर) मे है । यह उपक्रम केन्द सरकार का है ।
- राजस्थान में इलेवट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन जयपुर में है । इसमें टी वी सेट्स का निर्माण किया जाता हें ।
- 'नेशनल इंजीनियरिग इण्डस्ट्रीज जयपुर मे है । यह कारखाना एशिया 'का बियरिंग निर्माण का सबसे बड़ा कारखाना है
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- हिन्दुस्तान जिंक लि देवारी ( उदयपुर ) में यह केन्द्र सरकार का उपक्रम है ।
- हिन्दुस्तान कॉपर लि . खैतडी ( झुंझुनूं) मैं यह केन्द्र सरकार का उपक्रम है ।
- राजस्थान टेलीफोन लि. भिवाडी ( अलवर ) में है ।
- हाईटेंशन इंसूलेटर्स ' आबू रोड़ ( सिरोही ) में है ।
- अरावली स्वचालित वाहन लि. अलवर जिले में है ।
- लैलेण्ड ट्रक कारखाना अलवर जिले में स्थित है ।
- ' लोको एवं कैरिज कारखाना' अजमेर में है । इसमें वेगन मरम्मत व मालगाड़ी के वेगनों का निर्माण होता है ।
- देश का प्रथम लोको इंजन इसी कारखाने में बनाया गया था ।
- 'वेगन इण्डस्ट्रीज' कोटा मे है । इसमें ब्रॉडगेज के वेगन बनाये जाते है ।
लघु उद्योगों का विकास Rajasthan ka Audyogik Vikas
- लघु उद्योगों के विकास के लिए ' Rajsico ' की स्थापना की गई है ।
- औद्योगिक परामर्श हेतु 'rajcon' का गठन किया गया है ।
- प्रतिस्पर्धा को बढावा देने के लिए ' आर्थिक विकास बोर्ड ' का गठन किया गया है ।
- प्रवासी राजस्थानी उद्योगपतियों को आकर्षित करने हेतु 'राजस्थान फाउण्डेशन' का गठन किया गया है ।
- केन्दीय इलेक्ट्रॉनिक अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (CEERI) की स्थापना ( पिलानी-झुंझुनूं ) में की गई है ।
- राष्ट्रीय काष्ठ तकनीकी प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना जोधपुर में की गई
- पॉवरलूम सर्विस सैंटर की स्थापना राज्य में भीलवाडा व किशनगढ़ में की गई है ।
दोस्तों यह
Rajasthan GK (Raj GK )
Rpsc Exam ka gk याद करने का सबसे आसान तरीका है इस पोस्ट से आप राजस्थान में प्रमुख उद्योग ( Rajasthan ke Udyog in Hindi ) में Step by Step आसानी से पढ़कर याद कर सकते हैं अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर शेयर करना
Read also
2 Comments
वाह भाई गज़ब की समाज सेवा धन्य हो
ReplyDeleteVery nice
ReplyDelete